Viral Sach : श्री गोपाल कृष्ण अग्रवाल (राष्ट्रीय प्रवक्ता, आर्थिक विभाग भाजपा, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भाजपा और निदेशक, भारतीय पेट्रोलीयम कॉर्परेशन लिमिटेड)से Bodhraj Sikri ने शिष्टाचार भेंट की जिसमें उनके बीच औषध उद्योग से संबंधित विषयों पर गहन चर्चा हुई।
इस विशेष चर्चा का मुख्य विषय था हमारे माननीय प्रधान मंत्री का सपना “आत्मनिर्भर भारत”। अभी हाल ही में पिछले वर्ष भारत सरकार ने चीन से निर्भरता को कम करने के लिए दो महत्वपूर्ण स्कीमें घोषित की थी – पीएलआई 1 और पीएलआई 2
यद्यपि इन दोनों स्कीमों के परिणाम काफी सकारात्मक हैं , लेकिन कई और मुद्दों पर इन स्कीमों को आगे लागू करने के लिए भी विचाराधीन किया जा सकता है क्योंकि किसी एक देश के ऊपर हमारा कच्चा माल (रॉ मैटीरियल) निर्भर करे, यह राष्ट्र के दृष्टिकोण से उचित नहीं है। इस शिष्टाचार भेंट में ऐसे ही गंभीर मुद्दों पर विस्तार पूर्वक दोनो में चर्चा हुई। श्री गोपाल कृष्ण ने अपने आर्थिक दृष्टिकौण से भी सुझाव दिये।
आपको बता दें कि बोधराज सीकरी जो औषध उद्योग की अखिल भारतीय फ़ेडरेशन के अध्यक्ष हैं, द्वारा इस निमित शीघ्र ही सरकार को और संगठन को श्री गोपाल कृष्ण जी के माध्यम से एक विस्तृत प्रस्ताव बनाकर दिया जाएगा।
जिसमें बोधराज सीकरी राष्ट्र स्तर की फार्मास्युटिकल की अन्य एसोसिएशन के पदाधिकारीयो के सुझाव भी सम्मिलित करेंगे ताकि राष्ट्र हित में, उद्योग के हित में कोई रचनात्मक नई स्कीम बनाई जा सके और आने वाले दिनों में, यद्यपि आज भी भारत का औषध उद्योग संसार की फार्मेसी कहलाता हैं।
लेकिन जो भी निर्भरता दूसरे देशों पर है उसको भी कम किया जा सके, इस दिशा में सबको मिलकर काम करना होगा।
इससे ना केवल आत्मनिर्भरता बढ़ेगी बल्कि नए रोजगार के अवसर भी बेरोजगार जवानों को मुहैया होंगे। आई टी इंडस्ट्री के बाद यदि कोई उद्योग वास्तव में आगे बढ़ेगा तो वह है स्वास्थ्य संबंधी उद्योग और औषध उद्योग।
Translated by Google
Viral Sach: Bodhraj Sikri paid a courtesy visit to Mr. Gopal Krishna Agarwal (National Spokesperson, Economic Department BJP, National Executive Member BJP and Director, Indian Petroleum Corporation Limited) in which there was an in-depth discussion on topics related to the pharmaceutical industry.
The main topic of this special discussion was the dream of our Honorable Prime Minister “Atmanirbhar Bharat”. Very recently last year Government of India had announced two important schemes to reduce dependence from China – PLI 1 and PLI 2
Although the results of these two schemes are quite positive, but many more issues can also be considered for further implementation of these schemes because our raw material depends on any one country, it is from the point of view of the nation. Is not justified. In this courtesy meeting, such serious issues were discussed in detail in both. Shri Gopal Krishna also gave suggestions from his economic point of view.
Let us tell you that Bodhraj Sikri, who is the President of the All India Federation of Pharmaceutical Industry, will soon make a detailed proposal for this purpose to the government and the organization through Shri Gopal Krishna ji.
In which Bodhraj Sikri will also include the suggestions of the office bearers of other national level pharmaceutical associations so that a creative new scheme can be made in the interest of the nation, in the interest of the industry and in the coming days, even today India’s pharmaceutical industry is called the pharmacy of the world. Huh.
But the dependence on other countries can also be reduced, everyone will have to work together in this direction.
This will not only increase self-reliance but new employment opportunities will also be provided to the unemployed jawans. After the IT industry, if any industry will really move forward, it is the health related industry and the pharmaceutical industry.
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