गुडग़ांव : Brahma Kumaris जीवन जीने की कला सिखाती है। संस्था पूरे विश्व में शांति का संदेश दे रही है। यहाँ आने से ही मन की शक्ति मिलती है। उक्त विचार प्रदेश के सार्वजनिक स्वास्थ्य इंजीनियरिंग एवं लोक निर्माण मंत्री रणबीर सिंह गंगवा ने धार्मिक संस्था ब्रह्माकुमारीज़ के ओम शांति रिट्रीट सेंटर दादी प्रकाशमणी सभागार में रविवार को आयोजित 23वें वार्षिकोत्सव में हर कदम खुशी की ओर विषय पर व्यक्त किए।
उन्होंने कहा यदि विश्व में शांति आ जाए तो इतने हथियारों की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। शांति हमारी आंतरिक ताकत को बढ़ाती है। दूसरों को सुख देने से ही ईश्वर हमसे प्रसन्न होते हैं। राजयोग को हमें अपने कार्य क्षेत्र में सम्मिलित करना चाहिए। डॉ. डीआर कार्तिकेयन ने कहा कि योग दवा का कार्य तो करता ही है, लेकिन उससे भी ज्यादा ये चमत्कारिक कार्य करता है।
योग और ध्यान की शिक्षा स्कूली स्तर से शुरू होनी चाहिए ताकि बच्चों में अच्छे संस्कार आएं। नारायणी गणेश ने कहा कि योग से मन की चंचलता खत्म होती है। वह खुद प्रतिदिन योगाभ्यास करती हैं। संस्था राजयोग के द्वारा मानवता के लिए बहुत महान कार्य कर रही है। केंद्र की निदेशिका राजयोगिनी बीके आशा ने कहा कि आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करने के लिए देश-विदेश की अनेक प्रमुख हस्तियों का आना हुआ।
दूसरों को खुशी बांटने से ही खुशी मिलती है। खुशी सबसे बड़ी खुराक है। दूसरों को आगे बढ़ाना ही आगे बढऩा है। संयुक्त राजयोगिनी बीकेे संतोष ने कहा कि ज्ञान से जीवन में परिवर्तन आता है। स्व-परिवर्तन से विश्व परिवर्तन सम्भव है। प्रमुख महासचिव राजयोगी बीके बृजमोहन ने कहा कि आत्म स्वरूप की स्मृति ही दुखों से मुक्त करती है।
स्नेहयुक्त ईश्वरीय स्मृति ही हमें असली शक्ति प्रदान करती है। कार्यक्रम में पटौदी की विधायक विमला चौधरी भी शामिल हुई। कार्यक्रम को बीके गीता, दीपिका जिंदल आदि ने भी संबोधित किया। बीके लक्ष्मी ने राजयोग का अभ्यास कराया। राष्ट्रीय भारतीय शास्त्रीय नृत्य संस्थान के बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। आयोजन को सफल बनाने में बीके रीना, बीके उर्मिल, बीकेे संदीप, बीकेे अशोक आदि का सहयोग रहा।