Viral Sach – गुरुग्राम : Chaudhary Santokh Singh – काले कृषि कानूनों, निजीकरण, श्रम कानूनों, पेट्रोल, डीज़ल और घरेलू गैस की बढ़ी क़ीमतों के ख़िलाफ़ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद के दौरान गुरुग्राम के किसान, मज़दूर तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रमुख व्यक्तियों ने राजीव चौक धरना स्थल पर एकत्रित होकर शान्तिपूर्वक धरना प्रदर्शन किया।
उसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह के नेतृत्व में शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए सदर बाज़ार गुरुग्राम में पहुँचे। प्रदर्शनकारी हाथों में कृषि क़ानून विरोधी नारे लिखी हुई तख्तियां तथा तिरंगे झंडे लिए हुए थे। प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारियों कृषि क़ानून, श्रम कानूनों, निजीकरण, महँगाई तथा सरकार विरोधी नारे लगाए।
इस अवसर पर चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि सरकार की नीति और नीयत में खोट है। सरकार की नीति है कि किसान मज़दूर और ग़रीब आदमी के शोषण की क़ीमत पर पूंजीपतियों को लाभ पहुँचाना चाहती है।सरकार की नीयत है कि जनता को गुमराह करके अलोकतांत्रिक तरीक़े अपनाकर तानाशाही से किसानों के आंदोलन को तोड़ना चाहती है।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार किसानों का भला चाहती है तो तीनों काले कानूनों को रद्द कर के एमएसपी की गारंटी का क़ानून बनाए।
इस दौरान आर एस राठी ने कहा कि सरकार जानबूझकर किसानों से बातचीत नहीं कर रही है और आंदोलन को लंबा खींच कर तोड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि सदर बाज़ार में दुकानदारों ने किसानों की अपील मानते हुए दुकानें बंद किए और पूरा सहयोग किया।
प्रदर्शन के दौरान गजेसिंह कबलाना ने कहा कि पूरे देश में भारत बंद का असर है और भारत बंद सफल रहा है।
धरने पर बैठे बीरू सरपंच ने कहा कि सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए हैं और किसानों की समस्याओं को हल करने की अपेक्षा किसानों को बदनाम कर रही है।उन्होंने कहा कि जब तक सरकार और तीनों काले क़ानून वापस नहीं ले लेते तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
आज धरने प्रदर्शन में शामिल होने वालों में अनिल पंवार, ऊषा सरोहा, डॉक्टर सारिका वर्मा, रेखा यादव, सुमन हुड्डा, बलवान सिंह दहिया, नवनीत रोजखोडा, मुकेश डागर, देविका सिवाच, जसबीर ठाकरान, दान सिंह तंवर, अरूण शर्मा एडवोकेट, कमांडेंट सत्यवीर सिंह धोंचक, तेजराम यादव, ईश्वर सिंह पातली, विजय यादव, मनोज झाड़सा, योगेन्द्र सिंह समसपुर, पंजाब सिंह, मनीष मक्कड, तनवीर अहमद, महासिंह ठकरान, सतीश कुमार कादीपुर, सुभास अधलखा, योगेश्वर दहिया, कमलजीत सिंह, ब्रह्म प्रकाश सहरावत एडवोकेट, बिरेन्द्र सिंह कटारिया, राजबीर कटारिया, महेंद्र सिंह रेनीवाल एडवोकेट, आर सी हुड्डा, दयानंद शर्मा, योगेश कुमार, सतवीर गुर्जर, मुकेश यादव, आकाश यादव, संजय कुमार सेन, धर्मवीर झाड़सा, सुरेन्द्र सिंह, दीनबंधु दत्ता, देशराज सिंह, कमलदीप, फूल कुमार, रमेश दलाल तथा सैकड़ों व्यक्ति शामिल हुए।
Translated by Google
Viral Sach – Gurugram: Farmers, laborers and prominent persons of various social organizations of Gurugram protested at Rajiv Chowk during Bharat Bandh on the call of United Kisan Morcha against black agricultural laws, privatization, labor laws, increased prices of petrol, diesel and domestic gas. Gathered at the protest site and protested peacefully.
After that, peacefully demonstrating under the leadership of Chaudhary Santokh Singh, President of United Kisan Morcha Gurugram, reached Sadar Bazar Gurugram. The protesters were carrying placards and tricolor flags with anti-agriculture law slogans in their hands. During the protest, the agitators raised anti-agriculture laws, labor laws, privatization, inflation and anti-government slogans.
On this occasion, Chaudhary Santokh Singh said that there is a flaw in the policy and intention of the government. The government’s policy is that the farmer wants to benefit the capitalists at the cost of exploitation of the laborer and the poor man. The government’s intention is to break the farmers’ movement through dictatorship by adopting undemocratic methods by misleading the public.
He said that if the government wants the welfare of the farmers, then by repealing all the three black laws, make a law to guarantee MSP.
During this, RS Rathi said that the government is deliberately not talking to the farmers and wants to break the movement by prolonging it. He said that the shopkeepers in Sadar Bazar closed their shops accepting the appeal of the farmers and cooperated fully.
During the demonstration, Gajesingh Kablana said that Bharat Bandh has an effect in the whole country and Bharat Bandh has been successful.
Biru Sarpanch sitting on dharna said that the government is adopting a dictatorial attitude and instead of solving the problems of the farmers, it is defaming the farmers. He said that the movement will continue till the government and all the three black laws are withdrawn.
Anil Panwar, Usha Saroha, Dr. Sarika Verma, Rekha Yadav, Suman Hooda, Balwan Singh Dahiya, Navneet Rojkhoda, Mukesh Dagar, Devika Siwach, Jasbir Thakran, Dan Singh Tanwar, Arun Sharma Advocate, Commandant Satyaveer among those who participated in the protest today. Singh Dhonchak, Tejram Yadav, Ishwar Singh Patli, Vijay Yadav, Manoj Jharsa, Yogendra Singh Samaspur, Punjab Singh, Manish Makkad, Tanveer Ahmed, Mahasingh Thakran, Satish Kumar Kadipur, Subhas Adhalakha, Yogeshwar Dahiya, Kamaljit Singh, Brahm Prakash Sehrawat Advocate, Birender Singh Kataria, Rajbir Kataria, Mahendra Singh Reniwal Advocate, RC Hooda, Dayanand Sharma, Yogesh Kumar, Satveer Gurjar, Mukesh Yadav, Akash Yadav, Sanjay Kumar Sen, Dharamveer Jharsa, Surendra Singh, Deenbandhu Dutta, Deshraj Singh, Kamaldeep, Phool Kumar, Ramesh Dalal and hundreds of people attended.
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