Viral Sach – सरसा : Dera Sacha Sauda के संस्थापक बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज का पावन अवतार दिवस शुक्रवार को श्रद्धापूर्वक मनाया गया। पावन अवतार दिवस एक बार फिर मानवता भलाई कार्यों को समर्पित रहा। इस अवसर पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने अपनी नेक कमाई में से 330 परिवारों को 1 माह का राशन, 140 परिवारों को गर्म कंबल वितरित किए।
पावन भंडारे के दौरान ही साध-संगत की ओर से दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल व परिवारों को आशियाना मुहिम के तहत ब्लॉकों द्वारा निर्मित मकानों की चाबियां सौंपी गई। भंडारे में शिरकत करने के लिए शाह सतनाम जी धाम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा और आश्रम से लेकर शहर तक संगत ही संगत नजर आई।
पावन भंडारे पर आई साध-संगत को गुरु का अटूट लंगर वितरित किया गया। इस अवसर पर इकलौती बेटी वाले परिवारों के वंश को चलाने के लिए पूज्य गुरु जी द्वारा चलाई गई मुहिम ‘कुल का क्राउन’ के तहत एक शादी भी की गई।
शाह सतनाम जी धाम में आयोजित कार्तिक पूर्णिमा के पावन भंडारे की नामचर्चा में हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली व अन्य राज्यों की साध-संगत ने भाग लिया। कोरोना काल के बाद डेरा सच्चा सौदा में पहला आयोजन था, जिसके चलते चारों ओर श्रद्धालु ही श्रद्धालु नजर आए।
पावन भंडारे को सफल बनाने के लिए आश्रम मैनेजमेंट के नेतृत्व में डेरा की विभिन्न कमेटियों के सेवादार पूरी तनमयता से सेवा कार्य में जुटे रहे। आश्रम में आने वाली साध-संगत के लिए पूरे प्रबंध किए गए। भारी संख्या में आए साधनों को ठहराने का विशेष प्रबंध किया गया।
गौरतलब है कि परम पूजनीय बेपरवाह साई शाह मस्ताना जी महाराज ने विक्रमी सम्वत 1948 (सन् 1891) को कार्तिक की पूर्णमासी को गांव कोटड़ा तहसील गंधेय रियासत कलायत बिलोचिस्तान (जो अब पाकिस्तान में है) में पूजनीय पिता श्री पिल्ला मल जी और पूजनीय माता तुलसां बाई जी के घर अवतार धारण किया था।
आपजी ने 29 अप्रैल 1948 को डेरा सच्चा सौदा की स्थापना की और लोगों को राम-नाम से जोड़कर बुराइयां छुड़ाई और उनके घरों को खुशियों से महकाया।
बड़ी-बड़ी स्क्रीनों पर सुनाए गए वचन
शाह मस्ताना जी महाराज के पावन भंडारे पर पहुंची साध-संगत को पूज्य गुरु जी के पावन वचन सुनाने के लिए पंडाल में दर्जनों बड़ी-बड़ी स्क्रीन लगाई गई। इन स्क्रीनों के माध्यम से पूज्य गुरु जी के रिकॉर्ड भंडारे का प्रसारण किया गया।
जरूरतमंदों को मिला राशन, सर्दी से बचने के लिए मिले कंबल
खुशी को मानवता भलाई के कार्य कर मनाने की राह दिखाने वाले पूज्य गुरु संत डॉक्टर गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां स्वयं भी पावन भंडारे पर जरूरतमंद परिवारों की सहायता करने के लिए आगे रहे। पूज्य गुरु जी ने अपनी श्री गुरुसर मोडिया की कमाई में से 330 परिवारों को 1 माह का राशन व 130 परिवारों को गरम कंबल वितरित किए। विदित रहे कि पूज्य गुरु जी संगत को जो भी कार्य करने के लिए बोलते हैं वह कार्य पहले स्वयं करते हैं फिर संगत को राह दिखाते हैं।
4 परिवारों को मिले मकान
डेरा सच्चा सौदा की आशियाना मुहिम के तहत बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज के अवतार दिवस के उपलक्ष्य में ब्लॉकों द्वारा 4 परिवारों को मकान बनाकर दिए गए। पावन भंडारे के अवसर पर इन 4 परिवारों को ब्लॉक के जिम्मेदारों द्वारा उनके मकानों की चाबियां भेंट की गई।
Translated by Google
Viral Sach – Sirsa: The holy incarnation day of Beparwah Sai Shah Mastana Ji Maharaj, the founder of Dera Sacha Sauda, was celebrated with devotion on Friday. Holy Incarnation Day was once again dedicated to the welfare of humanity. On this occasion, Revered Guru Saint Dr. Gurmeet Ram Rahim Singh Ji Insan distributed one month ration to 330 families and warm blankets to 140 families from his hard earned money.
During the holy Bhandara itself, Tricycles were handed over to Divyangjans and keys of houses built by blocks under the Ashiana campaign were handed over to the Divyangjans. Devotees thronged Shah Satnam Ji Dham to participate in the Bhandara and the company was visible from the ashram to the city.
Guru’s inexhaustible langar was distributed to the devotees who came to the holy Bhandara. On this occasion, a marriage was also performed under the campaign ‘Kul Ka Crown’ launched by Pujya Guru Ji to continue the lineage of families with only daughter.
People from Haryana, Punjab, Rajasthan, Delhi and other states participated in the name discussion of the holy Bhandara of Kartik Purnima organized at Shah Satnam Ji Dham. It was the first event in Dera Sacha Sauda after the Corona period, due to which devotees were seen everywhere.
In order to make Pawan Bhandara a success, under the leadership of the ashram management, the servants of various committees of the Dera were engaged in service work with full dedication. Complete arrangements were made for the devotees coming to the ashram. Special arrangements were made to accommodate the large number of vehicles.
It is worth mentioning that the Most Reverend Beparwah Sai Shah Mastana Ji Maharaj, on Vikrami Samvat 1948 (year 1891), on the full moon day of Kartik, in the village Kotra Tehsil Gandhey Riyasat Kalayat Bilochistan (which is now in Pakistan) with respected father Shri Pilla Mal ji and respected mother Tulsan Bai. Had incarnated at ji’s house.
Aapji established Dera Sacha Sauda on 29th April 1948 and freed people from evils by connecting them with the name of Ram and made their homes fragrant with happiness.
Words recited on the big screens
Dozens of big screens were installed in the pandal to narrate the holy words of revered Guru ji to the devotees who reached the holy Bhandara of Shah Mastana Ji Maharaj. Record Bhandare of respected Guru ji was telecast through these screens.
The needy got ration, blankets to avoid cold
Respected Guru Saint Dr. Gurmeet Ram Rahim Singh Ji Insan, who showed the way to celebrate happiness by doing works for the welfare of humanity, himself also came forward to help the needy families at the holy Bhandara. Respected Guru ji distributed one month ration to 330 families and warm blankets to 130 families out of his Shri Gurusar Modia’s earnings. It should be known that whatever work Pujya Guru Ji tells the Sangat to do, he first does it himself and then shows the way to the Sangat.
4 families got houses
Under the Ashiana campaign of Dera Sacha Sauda, on the occasion of the incarnation day of Beparwah Shah Mastana Ji Maharaj, houses were built and given to 4 families by the blocks. On the occasion of Pawan Bhandara, these 4 families were presented with the keys of their houses by the responsible people of the block.
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