गुरुग्राम,(मनप्रीत कौर) : काले कृषि कानूनों,निजीकरण,श्रम कानूनों, पेट्रोल,डीज़ल और घरेलू गैस की बढ़ी क़ीमतों के ख़िलाफ़ संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर भारत बंद के दौरान गुरुग्राम के किसान,मज़दूर तथा विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रमुख व्यक्तियों ने राजीव चौक धरना स्थल पर एकत्रित होकर शान्तिपूर्वक धरना प्रदर्शन किया।
उसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा गुरुग्राम के अध्यक्ष चौधरी संतोख सिंह के नेतृत्व में शांतिपूर्वक प्रदर्शन करते हुए सदर बाज़ार गुरुग्राम में पहुँचे।प्रदर्शनकारी हाथों में कृषि क़ानून विरोधी नारे लिखी हुई तख्तियां तथा तिरंगे झंडे लिए हुए थे।प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारियों कृषि क़ानून,श्रम कानूनों, निजीकरण,महँगाई तथा सरकार विरोधी नारे लगाए।
इस अवसर पर चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि सरकार की नीति और नीयत में खोट है। सरकार की नीति है कि किसान मज़दूर और ग़रीब आदमी के शोषण की क़ीमत पर पूंजीपतियों को लाभ पहुँचाना चाहती है।सरकार की नीयत है कि जनता को गुमराह करके अलोकतांत्रिक तरीक़े अपनाकर तानाशाही से किसानों के आंदोलन को तोड़ना चाहती है।उन्होंने कहा कि यदि सरकार किसानों का भला चाहती है तो तीनों काले कानूनों को रद्द कर के एमएसपी की गारंटी का क़ानून बनाए।
इस दौरान आर एस राठी ने कहा कि सरकार जानबूझकर किसानों से बातचीत नहीं कर रही है और आंदोलन को लंबा खींच कर तोड़ना चाहती है। उन्होंने कहा कि सदर बाज़ार में दुकानदारों ने किसानों की अपील मानते हुए दुकानें बंद किए और पूरा सहयोग किया।
प्रदर्शन के दौरान गजेसिंह कबलाना ने कहा कि पूरे देश में भारत बंद का असर है और भारत बंद सफल रहा है।
धरने पर बैठे बीरू सरपंच ने कहा कि सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए हैं और किसानों की समस्याओं को हल करने की अपेक्षा किसानों को बदनाम कर रही है।उन्होंने कहा कि जब तक सरकार और तीनों काले क़ानून वापस नहीं ले लेते तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
आज धरने प्रदर्शन में शामिल होने वालों में अनिल पंवार,ऊषा सरोहा,डॉक्टर सारिका वर्मा,रेखा यादव,सुमन हुड्डा,बलवान सिंह दहिया,नवनीत रोजखोडा,मुकेश डागर,देविका सिवाच,जसबीर ठाकरान,दान सिंह तंवर,,अरूण शर्मा एडवोकेट,कमांडेंट सत्यवीर सिंह धोंचक,तेजराम यादव,ईश्वर सिंह पातली,विजय यादव,मनोज झाड़सा,योगेन्द्र सिंह समसपुर,पंजाब सिंह,मनीष मक्कड,तनवीर अहमद,महासिंह ठकरान,सतीश कुमार कादीपुर,सुभास अधलखा,योगेश्वर दहिया,कमलजीत सिंह,ब्रह्म प्रकाश सहरावत एडवोकेट,बिरेन्द्र सिंह कटारिया,राजबीर कटारिया,महेंद्र सिंह रेनीवाल एडवोकेट,आर सी हुड्डा, दयानंद शर्मा,योगेश कुमार, सतवीर गुर्जर,मुकेश यादव,आकाश यादव, संजय कुमार सेन,धर्मवीर झाड़सा,सुरेन्द्रसिंह,दीनबंधु दत्ता,देशराज सिंह,कमलदीप,फूल कुमार, रमेश दलाल तथा सैकड़ों व्यक्ति शामिल हुए।