Viral Sach – गुरुग्राम : एम3एम ग्रुप की परोपकारी शाखा M3M Foundation ने International Women’s Day का जश्न 65वें एवेन्यू आईएमपावर (iMpower) क्लब गुरुग्राम में निर्माण श्रमिकों की पत्नियों, उनकी बेटियों सहित हाशिए पर रहने वाली महिलाओं की उपलब्धियों का सम्मान करते हुए मनाया।
एम3एम फाउंडेशन ने उन्हें उनके पारिवारिक योगदान के लिए सम्मानित किया। यह अभियान एम3एम फाउंडेशन व एड-एट-एक्शन की साझा पोग्राम आईएमपावर (iMpower) का एक हिस्सा है। इस अवसर पर मान्यता प्राप्त सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता (आशा) और सहायक नर्स मिडवाइफरी (एएनएम) को उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए सम्मानित किया गया।
एम3एम फाउंडेशन की ट्रस्टी ऐश्वर्या बंसल और ऐड एट एक्शन के लाइवलीहुड एजुकेशन-साउथ एशिया के डायरेक्टर डॉ. ऐश्वर्य महाजन द्वारा सरकारी योजनाओं की एक बुकलेट का भी अनावरण किया गया। जिसका उद्देश्य हाशिए पर रहने वाली महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना है।
इस अवसर पर एम3एम फाउंडेशन की ट्रस्टी डॉ. पायल कनोडिया ने कहा, “यह पहल अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एम3एम में महिला कर्मचारियों की उपलब्धियों को सेलिब्रेट करने के हमारे प्रयासों का एक हिस्सा मात्र है। एक जिम्मेदार संगठन के रूप में, एम3एम फाउंडेशन स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और पर्यावरण के क्षेत्रों में विभिन्न पहलों के माध्यम से महिलाओं की सुरक्षा और समग्र सशक्तिकरण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।“
महिला दिवस समारोह सांस्कृतिक नृत्य प्रदर्शन, सामूहिक नृत्य, नुक्कड़ नाटक, विभिन्न खेल और पुरस्कार वितरण समारोह जैसी गतिविधियों का भी गवाह बना। एम3एम के कर्मचारियों, ठेकेदारों और निर्माण श्रमिकों व उनके परिवारों ने भी महिला सशक्तिकरण पर अपने विचार साझा किए।
समारोह में सम्मानित हुईं महिलाओं में से एक राजकुमारी ने कहा, “चाहे स्वास्थ्य सेवा की बात हो, रक्षा या यहां तक कि अंतरिक्ष, महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देते देखना सुखद है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समाज में उनके योगदान को पहचानने का एक उपयुक्त अवसर है। हमारी उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए हम एम3एम फाउंडेशन को धन्यवाद देना चाहते हैं। हमने समारोह का आनंद लिया।“
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (IWD) महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक उपलब्धियों का जश्न मनाने वाला एक वैश्विक दिवस है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस एक सदी से भी अधिक समय से मनाया जाता रहा है। वर्ष 1911 में पहली अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सभा को 10 लाख से भी अधिक लोगों ने अपना समर्थन दिया था। आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का जश्न दुनिया भर में मनाया जाता है।
‘आईएमपावर’ का उद्देश्य हरियाणा के गुरुग्राम जिले में चिन्हित वर्कसाइट पर कम्युनिटी-लेड वर्कसाइट अपलिफ्टमेंट प्रोग्राम का निर्माण करना है। इस पहल के तहत शिक्षा, स्वास्थ्य, वित्तीय व सामाजिक सुरक्षा, कानूनी सहायता और राज्य और केंद्रीय कल्याण योजनाओं तक श्रमिकों की पहुंच सुनिश्चित करने और उनकी बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रयास किए जाते हैं।
निर्माण श्रमिकों के बच्चों को खेलने के लिए सुरक्षित और स्वच्छ स्थान प्रदान किया जा रहा है, जहां वे एक-दूसरे के साथ सीख सकते हैं और बातचीत कर सकते हैं और एक स्वस्थ वातावरण में संरक्षित और पोषित होंगे। उचित पोषण के पौष्टिक खाने के अलावा, बच्चों के लिए टीकाकरण और नियमित स्वास्थ्य जांच की भी सुविधा उपलब्ध कारवाई जाती है।
यह परियोजना एम3एम के वर्कसाइट और उसके आसपास मौजूद महिलाओं के जीवन में काफी बदलाव ला रहा है। साथ ही, मल्टी-फंक्श्नल रिसोर्स सेंटर के माध्यम से 35 वर्ष की उम्र तक के लोगों को भी जोड़ रही है। यह रिसोर्स सेंटर न केवल बच्चों के लिए शिक्षा प्राप्त करने का एक प्लेटफॉर्म है, बल्कि सरकारी अधिकारों / योजनाओं के साथ समुदाय को भी जोड़ता है। रिसोर्स सेंटर द्वारा डिजिटल साक्षरता, स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण को बढ़ावा देने के साथ युवाओं को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने का भी काम किया जाता है।
एम3एम ग्रुप की परोपकारी शाखा एम3एम फाउंडेशन, एक उज्जवल भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने और समान विकास लाने की दिशा में काम कर रही है। शिक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य, आपदा प्रबंधन और सामाजिक-आर्थिक विकास इसके प्रमुख क्षेत्र हैं। फाउंडेशन सेल्फ-सटेंड प्रोग्राम विकसित करके सामाजिक समस्याओं को सुलझाने के लिए एक अभिनव दृष्टिकोण अपनाने में विश्वास करता है।
Translated by Google
Viral Sach – Gurugram: M3M Foundation, the philanthropic arm of M3M Group, celebrated International Women’s Day at 65th Avenue iMpower Club Gurugram by honoring the achievements of marginalized women including wives, daughters of construction workers.
M3M Foundation honored him for his contribution to the family. The campaign is a part of iMpower, a joint program of M3M Foundation and Aid-at-Action. Accredited Social Health Activists (ASHA) and Auxiliary Nurse Midwifery (ANM) were felicitated on the occasion for their selfless service.
A booklet of government schemes was also unveiled by Aishwarya Bansal, Trustee, M3M Foundation and Dr Aishwarya Mahajan, Director, Livelihood Education – South Asia, Aid at Action. Whose purpose is to make marginalized women aware of their rights.
Speaking on the occasion, Dr. Payal Kanodia, Trustee, M3M Foundation said, “This initiative is just a part of our efforts to celebrate the achievements of women employees at M3M on the occasion of International Women’s Day. As a responsible organization, M3M Foundation is committed to ensure the safety and overall empowerment of women through various initiatives in the areas of healthcare, education and environment.”
The Women’s Day celebrations also witnessed activities like cultural dance performances, group dances, street plays, various games and prize distribution functions. M3M employees, contractors and construction workers and their families also shared their views on women empowerment.
Rajkumari, one of the women honored at the ceremony, said, “Be it healthcare, defense or even space, it is heartening to see women contributing in various fields. International Women’s Day is an appropriate occasion to recognize their contribution to the society. We would like to thank the M3M Foundation for celebrating our achievements. We enjoyed the function.
International Women’s Day (IWD) is a global day celebrating the social, economic, cultural and political achievements of women. International Women’s Day has been celebrated for more than a century. In the year 1911, the first International Women’s Day meeting was supported by more than one million people. Today International Women’s Day is celebrated all over the world.
IMPower aims to create a community-led workplace upliftment program at identified workplaces in Gurugram district of Haryana. Under this initiative, efforts are made to ensure workers have access to education, health, financial and social security, legal aid and state and central welfare schemes and to meet their basic needs.
Children of construction workers are being provided safe and clean place to play, where they can learn and interact with each other and will be protected and nurtured in a healthy environment. Apart from providing nutritious food with proper nutrition, vaccination and regular health check-up facilities are also provided for the children.
This project is making a difference to the lives of women in and around M3M’s workplace. Also, connecting people up to the age of 35 through a multi-functional resource center. This resource center is not only a platform for children to get education but also connects the community with government entitlements/schemes. Apart from promoting digital literacy, health, hygiene and nutrition, the Resource Center also provides skill training to the youth.
M3M Foundation, the philanthropic arm of M3M Group, is working towards achieving the goal of a brighter India and bringing about equitable development. Education, environment, health, disaster management and socio-economic development are its main areas. The Foundation believes in taking an innovative approach to solving social problems by developing self-sustainable programmes.
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