गुरुग्राम, (मनप्रीत कौर) : गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला के प्रयास अब रंग लाने लगे हैं। शहर में तीन स्थानों पर अस्थाई अस्पतालों का निर्माण किया जा रहा है। इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। विधायक सुधीर सिंगला ने तीनों अस्थाई अस्पतालों का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं संबंधी सुधार के सुझाव अधिकारियों को दिए। इनमें एक आईसोलेशन सेंटर चालू कर दिया गया है जबकि दो अगले सप्ताह तक पूरी तरह से काम करना शुरू कर देंगे। तीनों अस्थाई अस्पतालों में 240 बेड की व्यवस्था होगी।
विधायक सुधीर सिंगला सेक्टर 14 स्थित गर्ल्स पीजी कालेज पहुंचे। यहां हीरो मोटो काॅर्प के सहयोग से सरकार 80 बेड का आईसोलेशन सेंटर बना रही है। इसमें 24 वेंटीलेटर तथा 56 आॅक्सीजन बेड होंगे। इस आईसोलेशन सेंटर को तैयार करने का काम तेजी से किया जा रहा है। विधायक ने काम में जुटे कर्मचारियों की प्रशंसा की तथा इस आपात स्थिति में मानवता की सेवा करने की पहल करने के लिए हीरो मोटो काॅर्प के अधिकारियों को धन्यवाद भी दिया। यह अस्पताल इसी सप्ताह के अंत तक काम करना शुरू कर देगा।
वह सेक्टर 38 स्थित ताउ देवीलाल स्पोर्ट्स कांप्लेक्स भी पहुंचे। यहां सरकार के साथ मिलकर 100 बेड का अस्पताल बनाया जा रहा है। इस कार्य में वेदांता कंपनी का सहयोग लिया जा रहा है। यह अस्पताल तेजी से बनाया जा रहा है, शीघ्र ही इसे पूरा कर लिया जाएगा। तीनों अस्प्तालों में यह सबसे बड़ा और कोरोना प्रोटोकाॅल सुविधाओं से युक्त होगा। विधायक ने इस अस्थाई अस्पताल को लेकर कई सुझाव भी संबंधित अधिकारियों को दिए।
तीसरा आईसोलेशन सेंटर बृहस्पतिवार से सिविल लाइन में शुरू कर दिया गया है। यहां 60 कोरोना पेशेंट को रखने की व्यवस्था की गई है। यह आईसोलेशन सेंटर भारत विकास परिषद व एक मेडिकल उत्पाद निर्माता कंपनी के सहयोग से तैयार किया गया है। विधायक सुधीर सिंगला ने इसके निर्माण को कदम आगे बढ़ाने के लिए प्रमुख व्यवसायी बोधराज सीकरी व डॉ विवेकानंद तिवारी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि तीनों अस्पताल चालू हो जाने से 240 नए बेड्स की व्यवस्था होगी जिससे लोगों को काफी राहत मिलेगी। उनके अनुसार इसके अलावा कई और योजनाएं पाइप लाइन में हैं, शीघ्र ही उन्हें में भी अमलीजामा पहनाया जाएगा। इसी तरह आॅक्सीजन आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि विधायक सुधीर सिंगला बीते कई दिनों से निजी संस्थाओं व प्रमुख काॅर्पोरेट कंपनियों के संपर्क में थे। उन्होंने निजी स्तर पर प्रयास कर कोरोना स्पेशल अस्पताल बनवाने के कार्य को सिरे चढ़वाया।