गुरुग्राम। Navkalp Foundation – पछियों, वन्य प्राणियों के बिना हम प्राणियों का जीवन संकट में आ सकता है। ऐसे में इनका संरक्षण भी बहुत जरूरी है। इसके लिए वर्ष 2020 से संकल्प लेकर काम कर रही नवकल्प फाउंडेशन ने अब तक 2500 से अधिक दाना-पानी घोंसले पेड़-पौधों, पार्कों, बालकॉनी में लगाकर पछियों का जीवन सुरक्षित किया है।
वर्ष 2020 से पंछियों के लिए दाना-पानी नेस्ट लगाने/वितरण करने का अभियान नवकल्प फाउंडेशन की ओर से शुरू किया था। अभी तक गुरुग्राम, फरीदाबाद, अलवर सहित दिल्ली एनसीआर के कई स्थानों में 2500 से अधिक घोंसले वितरित कर चुके हैं, जिनमें से अधिकांश लग चुके हैं।
नवकल्प फाउंडेशन के संस्थापक अनिल आर्य व महासचिव डा. सुनील आर्य के अनुसार नारियल, जूट, बांस, मिट्टी के पात्रों से बने इन घोंसलों को इस तरह से डिजायन किया गया है कि पंछियों को पानी, दाना और रहने में आसानी हो और एक साथ उन्हें दाना-पानी मिल जाए। उन्होंने कहा कि हमें बेहद संतोष है कि इस अभियान से जुडऩे के लिए हर साल अनेक प्रकृति प्रेमी संपर्क करते हैं। इन घोंसलों में दाना चुगने, पानी पीने गिलहरी, कबूतर, चिडिय़ा व अन्य पंछी भी आते हैं।
महासचिव डा. सुनील आर्य बताते हैं कि नवकल्प फाउंडेशन के साथ आरडब्ल्यूए, एनजीओ, सामाजिक-धार्मिक संस्थाएं व व्यक्तिगत रूप से लोग जुड़ते जा रहे हैं। विभिन्न पार्कों, सोसायटी, स्कूल्स में इस वर्ष करीब 250 घौंसले लगाए जा चुके हैं। पर्यावरण दिवस पर भी कई घोंसले लगाए गए। यह अभियान गर्मी के मौसम में निरंतर जारी है।
नवकल्प की एक टीम विशेष रूप से स्कूल्स में जाकर बच्चों को न केवल दाना-पानी घोंसलों की उपयोगिता सार्थकता बताती है, बल्कि उन्हें पर्यावरण, प्रकृति, जीव जंतु, पंछियों के उनके दायित्व बोध के लिए प्रेरित भी करती है।
स्कूल अभियान की संयोजिका मीनाक्षी सक्सेना बताती हैं कि नवकल्प की इस पहल में स्कूल प्रबंधन और पेरेंट्स भी पूरे उत्साह से भाग लेते हैं। बच्चों की प्रतिभागिता उनके चेहरे पर छाई खुशी हमें अपने कर्तव्य पथ पर निरंतर जुटे रहने के लिए हौंसला देती है।
डा. सुनील आर्य का कहना है कि यह हम सभी का दायित्व है कि भीषण गर्मी में पंछियों को पानी, दाना और छांव मिले। हम सबको इनके संरक्षण पर विशेष ध्यान देना चाहिए, ताकि पंछी भूख-प्यास से अकाल मृत्यु को प्राप्त न हों। टीमनवकल्प ने इसी दायित्व बोध से यह अभियान शुरू किया था।
हम आपसे भी अनुरोध करते हैं कि आप भी इस अभियान का हिस्सा बनें। अपने घरों की छतों पर या आसपास जहां सम्भव हो दाना-पानी जरूर रखें। ये बॉक्स या मिट्टी के पात्रों में या फिर जैसी उपलब्धता आपके पास हो, पंछियों के लिए यह व्यवस्था अवश्य करें। इस अभियान के लिए आपका सहयोग भी आमंत्रित है। अधिक जानकारी के लिए आप 9811190357 या 7982855055 पर व्हाट्सएप के माध्यम से सम्पर्क कर सकते हैं।
Translated by Google
Gurugram. Navkalp Foundation – Without birds and wild animals, the lives of our creatures can be in danger. In such a situation, their protection is also very important. For this, Navkalp Foundation, which has been working with a resolution since 2020, has so far secured the lives of birds by installing more than 2500 food and water nests in trees, parks, balconies.
From the year 2020, the campaign to install/distribute food and water nests for birds was started by Navkalp Foundation. So far, more than 2500 nests have been distributed in many places of Delhi NCR including Gurugram, Faridabad, Alwar, most of which have been installed.
According to Navkalp Foundation founder Anil Arya and general secretary Dr. Sunil Arya, these nests made of coconut, jute, bamboo and earthen pots have been designed in such a way that the birds can easily get water, grains and shelter and they can get food and water together. He said that we are very satisfied that every year many nature lovers contact us to join this campaign. Squirrels, pigeons, sparrows and other birds also come to these nests to eat grains and drink water.
General secretary Dr. Sunil Arya says that RWA, NGO, social-religious organizations and individuals are joining Navkalp Foundation. This year around 250 nests have been installed in various parks, societies and schools. Many nests were also installed on Environment Day. This campaign is continuing in the summer season.
A team of Navkalp specially visits schools and not only explains the importance of food and water nests to children, but also motivates them to be responsible towards environment, nature, animals and birds.
Coordinator of the school campaign Meenakshi Saxena says that school management and parents also participate in this initiative of Navkalp with full enthusiasm. The participation of children and the happiness on their faces encourage us to remain committed to our duty.
Dr. Sunil Arya says that it is the responsibility of all of us to ensure that birds get water, food and shade in the scorching heat. We all should pay special attention to their protection so that birds do not die prematurely due to hunger and thirst. Team Navkalp started this campaign with this sense of responsibility.
We request you to also be a part of this campaign. Keep food and water on the roofs of your houses or nearby wherever possible. Make this arrangement for the birds in boxes or earthen pots or whatever you have available. Your cooperation is also invited for this campaign. For more information, you can contact 9811190357 or 7982855055 via WhatsApp.