Gurugram

National Girl Child Day के अवसर पर ‘आईएमपॉवर सुरक्षा’ प्रोजेक्ट की शुरुआत

National Girl Child Day

Viral Sach : National Girl Child Day – आज देश की बेटियाँ लगभग हर क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं और नाम रोशन कर रही हैं। भारत में महिलाओं की स्थिति सदैव एक समान नही रही है। इसमें युगानुरूप परिवर्तन होते रहे हैं।

हरियाणा जैसा राज्य लिंगानुपात को लेकर पुरे देश में जाना जाता रहा है कि यहाँ पुरुष और महिलाओं के अनुपात में भारी कमी है। पुरुषों की संख्या के मुकाबले महिलाओं की संख्या में बहुत कमी थी। जो अब धीरे-धीरे सकारात्मक बदलाव की ओर आगे बढ़ रहा है।

अब यह माहौल बदल रहा है, सरकार ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत पुरे देश में एक सामाजिक जागरूकता के लिए मुहीम चलाना शुरू किया और आज धीरे धीरे ही सही समाज में लड़कियों के प्रति सोच में बदलाव आना शुरू हो गया है। देश की बेटियों को सशक्त बनाने और जागरूकता बढ़ाने वाले इस खास दिन 24 जनवरी को ‘राष्ट्रीय बालिका दिवस’ मनाने की शुरुआत हुयी।

बेटियों को सशक्त करने के लिए सरकार, एनजीओ, निजी संस्थाएं, एवं सामाजिक कार्यकर्ता भी कई तरह की पहल करते रहे हैं और बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए प्रयासरत भी है। इसी कड़ी में एक नाम आता है एम3एम फाउंडेशन का, जो बेटियों को सशक्त करने के लिए कई प्रोग्राम के माध्यम से लगातार प्रयासरत है।

यह फाउंडेशन कई वर्षों से समाज में लड़कियों को उनके सपनों को पूरा करने के लिए विभिन्न ट्रेड में प्रशिक्षण देकर उन्हें उनकी नौकरी पाने में भी मदद करता है।
इस अवसर पर बात करते हुये एम3एम फाउंडेशन की ट्रस्टी, डॉ पायल कनोडिया ने कहा कि “सरकार की पहल बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को सफल बनाने में सभी को योगदान देना चाहिए।

बेटियाँ देश की भविष्य है। मै स्वयं एक महिला हूँ और मै चाहती हूँ की देश की बेटियाँ हर क्षेत्र में आगे जाए और देश का नाम रोशन करे। एक जिम्मेदार संगठन के रूप में हम बेटियों की आत्म रक्षा हेतु आईएमपॉवर सुरक्षा प्रोजेक्ट को शुरू कर रहे है जो बेटियों की सुरक्षा की ओर हमारा एक बड़ा प्रयास है।

इसके अलावा गुरुग्राम में निःशुल्क स्किल सेंटर भी चला रहे है जहां पर कम्प्युटर शिक्षा, सिलाई, फैशन डिजाइनिंग तथा अन्य कोर्स के माध्यम से बेटियों को सशक्त बनाने में अपना योगदान दे रहे हैं। इस दिशा में और कई महत्वपूर्ण पहल करने की योजना पर कार्य चल रहा है।”

एम3एम फाउंडेशन ने स्वयं नामक संस्था के सहयोग से आईमपावर क्लबों में बच्चों की सुरक्षा शिक्षा पर आईएमपॉवर नामक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इस परियोजना का उद्देश्य बच्चों को आत्म-जागरूक बनाना और उन्हें आत्मरक्षा और शारीरिक मजबूती का प्रशिक्षण देना है।

बच्चों को विभिन्न गतिविधियाँ: स्टोरी टेलिंग, खेल, नाटक, रोल प्ले, गतिविधि पत्रक, समूह चर्चा और विचार-मंथन अभ्यास तथा सिमुलेशन जैसे नवीन तरीकों के माध्यम से सुरक्षित शिक्षा की अवधारणा को समझने के लिए सशक्त बनाया जाएगा।

वही एड-एट- एक्शन की प्रोजेक्ट मैनेजर सुप्रिया ने कहा कि, “बेटियों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है और एक टीम के रूप में इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा बेटियों को आत्म सुरक्षित होने हेतु हर आवश्यक पहलुओं पर कार्य कर रहे है।”

इतना ही नही बेटियों को रोजगार के अच्छे अवसर मिलें इसके लिए बेहतरीन प्रशिक्षण एवं स्किल डेवलपमेंट महत्वपूर्ण है। वर्तमान समय में विभिन्न सेक्टरों में रोजगार के अनेक अवसर हैं लेकिन उचित स्किल नहीं होने के कारण बेटियाँ पीछे रह जाती हैं। विशेष रूप से ऐसी बेटियाँ जिनके पास स्किल ट्रेनिंग के लिए संसाधन तक पहुँच नहीं है।

ऐसे बेटियों के लिए ही एम3एम फाउंडेशन द्वारा कौशल आधारित प्रशिक्षण के माध्यम से उन्हें सशक्त बनाने तथा जॉब के लिए तैयार करने और गुरुग्राम में नौकरी खोजने में उनका समर्थन करने के लिए अपने आईएमपॉवर कार्यक्रम में निःशुल्क कौशल प्रशिक्षण पाठ्यक्रम चलाया जा रहा है।

ज्ञात हो एम3एम फाउंडेशन अपने ‘आईएमपॉवर’ के तहत 5-15 वर्ष के लगभग 300 बेटियों को प्रारम्भिक शिक्षा प्रदान कर रहा है और उसके बाद सरकारी स्कूलों में नामांकन हेतु सहायता भी प्रदान कर रहा है।

एम3एम फाउंडेशन की प्रमुख पहलों में ‘आईएमपावर’ एक है। एम3एम ग्रुप की परोपकारी शाखा एम3एम फाउंडेशन ने ‘आईएमपावर’ प्रोजेक्ट के लिए अंतरराष्ट्रीय विकास संगठन, एड-एट- एक्शन के साथ कोलाबोरेशन किया है जिसका उद्देश्य निर्माण स्थलों पर मौजूद कार्यबल का उत्थान करना है।

Translated by Google 

Viral Sach: National Girl Child Day – Today the daughters of the country are making important contribution in almost every field and are bringing laurels. The status of women in India has not always been the same. There have been changes in this from time to time.

A state like Haryana has been known in the whole country regarding the sex ratio that there is a huge decrease in the ratio of men and women. The number of women was much less than the number of men. Which is now slowly moving towards positive change.

Now this environment is changing, under the ‘Beti Bachao, Beti Padhao’ campaign, the government started a campaign for social awareness in the whole country and today slowly the thinking towards girls in the right society has started changing. . The celebration of ‘National Girl Child Day’ started on January 24, this special day to empower the daughters of the country and raise awareness.

To empower the daughters, the government, NGOs, private organizations, and social workers have also been taking various initiatives and are also trying to take the daughters forward. In this episode, a name comes of M3M Foundation, which is constantly trying to empower the daughters through several programs.

This foundation for many years also helps the girls in the society to get their jobs by training them in various trades to fulfill their dreams.
Speaking on the occasion, Dr. Payal Kanodia, Trustee, M3M Foundation, said, “Everyone should contribute in making the government’s initiative Beti Bachao Beti Padhao a success.

Daughters are the future of the country. I am a woman myself and I want the daughters of the country to go ahead in every field and bring laurels to the country. As a responsible organization, we are starting IMPower Security Project for the self-defense of girls, which is our big effort towards the safety of girls.

Apart from this, they are also running a free skill center in Gurugram, where they are contributing in empowering girls through computer education, tailoring, fashion designing and other courses. Plans are underway to take many more important initiatives in this direction.”

M3M Foundation in association with SWAYAM has started a pilot project called iPower on safety education of children in iPower Clubs. The project aims to make children self-aware and train them in self-defense and physical fitness.

Children will be empowered to understand the concept of safe learning through various activities: Story telling, games, drama, role play, activity sheets, group discussions and innovative methods like brainstorming exercises and simulations.

Supriya, Project Manager of Add-at-Action, said, “Safety of daughters is our priority and as a team, under this project, we are working on every necessary aspect to make more and more daughters self-safe.”

Not only this, excellent training and skill development is important for daughters to get good employment opportunities. At present, there are many employment opportunities in various sectors, but due to lack of proper skills, daughters are left behind. Especially daughters who do not have access to resources for skill training.

It is for such daughters that M3M Foundation is running free skill training courses in its IMPOWER program to empower them through skill based training and make them job ready and support them in finding jobs in Gurugram.

It may be known that M3M Foundation is providing primary education to about 300 girls in the age group of 5-15 years under its ‘Impower’ and after that it is also providing assistance for enrollment in government schools.

‘iMPower’ is one of the flagship initiatives of M3M Foundation. M3M Foundation, the philanthropic arm of the M3M Group, has collaborated with Aid-At-Action, an international development organization, for the ‘iMPower’ project, which aims to uplift the workforce on construction sites.

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