Viral Sach – लम्बे समय से लगातार निचले स्तर पर जा रही Congress पार्टी के पतन का मुख्य कारण संगठनात्मक संरचना का सही न होना भी रहा। खैर अब कांग्रेस को मल्लिकार्जुन खड़गे के रूप में राष्ट्रीय अध्यक्ष भी मिल गया है। जिससे देश भर में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में एक उम्मीद की किरण जगी है।
बात हरियाणा प्रदेश की करे तो यहां भी अनेक विवादों के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नजदीकी उदय भान को प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कमान सौंप दी गयी। जैसे जैसे हरियाणा प्रदेश और केंद्र के चुनाव नजदीक आ रहे है, कांग्रेस अपने संगठन को मजबूत बनाने में जुटी हुई है। लम्बे इन्तजार के बाद राष्ट्रिय अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद अब जल्द ही प्रदेश और जिला स्तर पर भी संगठन के पदों की नियुक्तियों पर जमीनी स्तर पर सर्वे इत्यादि पार्टी द्वारा करवा लिए गए है।
प्रदेश की आर्थिक नगरी पर प्रत्येक पार्टी की विशेष नजर रहती है। जी हाँ, हम बात गुरुग्राम की कर रहे हैं। साइबर सिटी में विपरीत परिस्थितियों में कांग्रेस को जिन्दा रखने , या यूँ कहें की जमीनी स्तर पर विपक्ष की अहम भूमिका निभाने वाले एकमात्र नेता पंकज डावर ही मीडिया की सुर्खियां बने रहे। कोविड काल में कांग्रेस के बैनर तले सैनिटाइजेशन और जरूरतमन्द लोगों को कांग्रेस रसोई के तहत लगातार खाना वितरित कर पंकज डावर ने अपनी दरियादिली की मिसाल पेश की।
अगर कांग्रेस पार्टी जमीनी स्तर पर काम करने वाले कार्यकर्ता को कमान देती है तो जिलाध्यक्ष के लिए पंकज डावर का नाम नकारा नहीं जा सकता। जिलाअध्यक्ष ग्रामीण के लिए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता स्वर्गीय राव धर्मपाल के सुपुत्र राव वीरेंद्र का नाम राजनितिक गलियारों की चर्चा बना हुआ है।
लेकिन देखना यह होगा की क्या नगर निगम के चुनावों की घोषणा से पहले कांग्रेस पार्टी गुरुग्राम में अपना संगठन तैयार कर अपने प्रतिदवंदीयों के लिए चुनौती पेश पाएगी। क्या भाजपा की टककर आम आदमी पार्टी तक सीमित रह जाएगी। या पहले की तरह कांग्रेस पार्टी अपनी अहम भूमिका करवा पाएगी।
Translated by google
The main reason for the decline of the Congress Party, which has been going downhill for a long time, was also the lack of proper organizational structure. Well now Congress has also got National President in Mallikarjun Kharge. Due to which there has been a ray of hope among the Congress workers across the country.
Talking about the state of Haryana, after many controversies here too, Uday Bhan, close to former Chief Minister Bhupinder Singh Hooda, was handed over the command as the state president. As the elections for Haryana State and Center are approaching, Congress is busy in strengthening its organization. After a long wait, after the appointment of the National President, now soon at the state and district level, surveys etc. have been done by the party on the appointments of the posts of the organization at the ground level.
Every party has a special eye on the economic city of the state. Yes, we are talking about Gurugram. Pankaj Davar, the only leader who played an important role in keeping the Congress alive in the face of adversity in cyber city, or rather, the opposition at the grassroots level, remained in the media headlines. During the Kovid period, Pankaj Davar set an example of his generosity by sanitizing under the banner of Congress and continuously distributing food to the needy people under Congress Rasoi.
If the Congress party gives command to the worker working at the grassroot level, then the name of Pankaj Davar for the district president cannot be denied. The name of Rao Virendra, son of senior Congress leader Late Rao Dharampal for District President Rural, remains a discussion in the political corridors.
But it remains to be seen whether the Congress party will be able to present a challenge to its rivals by forming its organization in Gurugram before the announcement of municipal elections. Will the BJP’s clash be limited to the Aam Aadmi Party? Or as before, the Congress party will be able to get its important role done.
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