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Sunita Singla – 21वीं शताब्दी में भी महिलाएं अपने अधिकारों से वंचित हैं

Sunita Singla

 

Viral Sach – गुरुग्राम। गुरुग्राम के विधायक सुधीर सिंगला की धर्मपत्नी Sunita Singla ने मालाबार चैरिटेबल ट्रस्ट संस्थान द्वारा आयोजित मेधावी बच्चों को स्कॉलरशिप प्रदान करने के कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।

इस दौरान उनके साथ पूर्व डिप्टी मेयर परमिंदर कटारिया, जुगल रैना, रणवीर यादव, पवन, साफा, पुष्पेन्द्र, एसएम भारद्वाज, ईश्वर सिंह, तेज पाल, अनिल शर्मा, सुभाष कटारिया, नरेंद्र कटारिया, कोमल भटनागर, गीता देवी, ममता शर्मा, सुदेश कटारिया, रतन यादव आदि मौजूद रहे।

अपने संबोधन में सुनीता सिंगला ने बच्चों को शिक्षित होकर समाज में अपनी एक अहम भूमिका बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना व्यक्ति का जीवन शून्य है। महिलाओं को उन्होंने सामाजिक, आर्थिक, मानसिक रूप से मजबूत होने के लिए प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि महिलाएं देश-दुनिया में हर क्षेत्र में अपना श्रेष्ठ योगदान दे रही हैं। इस बात को नकारा नहीं जा सकता की आज के समाज में महिलाओं का योगदान पुरुषों के बराबर रहा है बल्कि वे पुरुषों से भी आगे निकल गयी हैं।

शिक्षा के क्षेत्र से लेकर हेल्थ सेक्टर और ऐसे ही कई क्षेत्रों में जिसकी कल्पना पहले की सामाजिक स्थिति में करना नामुमकिन सा था, उन सभी क्षेत्रों में महिलाओं का विशेष योगदान रहा है। दुख की बात है कि अभी भी समाज में कुछ ऐसे लोग हैं, जिन्हें महिलायें सिर्फ घर की चार दीवारी में ही अच्छी लगती हैं। अभी भी भारत ही नहीं, बल्कि विकासशील देशों में महिलाओं की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है।

उन्होंने कहा कि समाज में फैली कुरूतियों का सबसे अधिक प्रभाव यदि किसी पर पड़ा है तो वह महिलाएं ही हैं। सभी देशों में महिलाओं की स्थिति विचार करने योग्य है।

21वीं शताब्दी में भी आजकल महिलाएं अपने अधिकारों से वंचित हैं। महिलाओं द्वारा अपने अधिकारों के लिए कई प्रयास कई सदियों से किये जा रहे हैं और आज भी वे अपने मूलभूत अधिकारों के लिए लड़ रही हैं। भारत एक ऐसा देश है, जहां शुरू से ही पुरुष का वर्चस्व रहा है।

महिलाओं के वजूद को दरकिनार पहले से ही किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि यह देखा गया है कि महिलाओं को वो सम्मान नहीं प्राप्त हुआ है, जिनकी वो हकदार रही हैं। वह सभी प्रथाएं जो महिलाओं के अधिकारों को कुचल रही हैं। उनमें समय के साथ साथ कुछ परिवर्तन किये तो गए हैं, पर जमीनी तौर पर उन पर कार्य नहीं किया जाता है।

सुनीता सिंगला ने कहा कि शिक्षा के अधिकार से अभी भी न जाने कितनी ही बालिकाएं कोषों दूर हैं। बालिकाओं को जन्म से पहले ही मार दिया जाता है या उन्हें बेच दिया जाता है। उन्हें बोझ समझा जाता है, जो कि अभी भी समाज में चल रहा है।

Translated by Google

Viral News – Gurugram – Sunita Singla, wife of Gurugram MLA Sudhir Singla, participated as the chief guest in the program of providing scholarship to meritorious children organized by the Malabar Charitable Trust Institute.

During this he was accompanied by former Deputy Mayor Parminder Kataria, Jugal Raina, Ranveer Yadav, Pawan, Safa, Pushpendra, SM Bhardwaj, Ishwar Singh, Tej Pal, Anil Sharma, Subhash Kataria, Narendra Kataria, Komal Bhatnagar, Geeta Devi, Mamta Sharma, Sudesh Kataria, Ratan Yadav etc. were present.

In her address, Sunita Singla inspired the children to play an important role in the society by getting educated. He said that without education the life of a person is zero. She inspired women to be socially, economically, mentally strong.

He said that women are making their best contribution in every field in the country and the world. It cannot be denied that the contribution of women in today’s society has been equal to that of men, but they have also gone ahead of men.

From the field of education to the health sector and in many such fields, which was impossible to imagine in the earlier social situation, women have made a special contribution in all those fields. It is sad that there are still some people in the society who like women only in the four walls of the house. Still there is no improvement in the condition of women not only in India but also in developing countries.

He said that if anyone has been affected the most by the ills spread in the society, then it is the women. The status of women in all countries is worth considering.

Even in the 21st century, nowadays women are deprived of their rights. Many efforts have been made by women for their rights since many centuries and even today they are fighting for their basic rights. India is a country where from the very beginning there has been male dominance.

The existence of women has already been sidelined. He said that it has been seen that women have not received the respect they have been entitled to. All those practices which are crushing the rights of women. Some changes have been made in them over time, but they are not implemented on the ground.

Sunita Singla said that many girls are still miles away from their right to education. Girls are killed or sold before birth. They are considered a burden, which is still going on in the society.

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