Viral Sach – मानेसर, नखरौला निवासी समाजसेवी Surya Dev Yadav ने हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी अक्षय तृतीया पर राहगीरों के लिए पीपल वृक्ष के नीचे लगाई प्याऊ। सूर्य देव का मानना है कि हमारे धर्म शास्त्रों के मुताबिक गर्मियों में राहगीरों के लिए पीपल वृक्ष के नीचे प्याऊ का बंदोबस्त करना चाहिए।
गर्मियों में पानी से बढ़कर और कोई दूसरी वस्तु का इतना महत्व नहीं है इसलिए प्याऊ लगाना पुण्य का कार्य माना जाता है। अक्षय तृतीया का दिन अत्यंत शुभ दिन माना गया है और इस दिन बगैर महूर्त निकलवाए शादीयां की जा सकती है। इस दिन को अबूझ महूर्त भी कहते हैं।
अक्षय तृतीया के दिन सोने से बने आभूषण की खरीदारी करना बहुत ही शुभ होता है। अक्षय तृतीया की तिथि पर भगवान परशुराम और हयग्रीव अवतार हुए थे। त्रेतायुग का प्रांरभ भी इसी तिथि को हुआ था।
अक्षय तृतीया के दिन उत्तराखंड स्थिति श्री बद्रीनाथ जी के कपाट खुलते हैं। इस मौके पर रामनिवास, चंदर, राजकुमार, सूर्य देव, गोविंदा, पूर्णमल, दलीप सिंह चौकीदार, चांद और सत्यवान सिंह राठी आदि मौजूद रहे।
Translated by Google
Viral Sach – Social worker Surya Dev Yadav, a resident of Manesar, Nakhraula, like every year, on Akshaya Tritiya, this year also planted a drink under the Peepal tree for the passers-by. Surya Dev believes that according to our religious scriptures, arrangements should be made for pedestrians under the Peepal tree in summer.
Nothing is more important than water in summer, so planting water is considered an act of virtue. The day of Akshaya Tritiya is considered very auspicious and marriages can be performed on this day without taking out a Muhurta. This day is also called Abuj Muhurt.
It is very auspicious to buy gold jewelery on the day of Akshaya Tritiya. Lord Parshuram and Hayagriva were incarnated on the date of Akshaya Tritiya. Tretayuga also started on this date.
On the day of Akshaya Tritiya, the doors of Shri Badrinath ji open in Uttarakhand. Ramnivas, Chander, Rajkumar, Surya Dev, Govinda, Poornmal, Dalip Singh Chowkidar, Chand and Satyawan Singh Rathi etc were present on this occasion.
Follow us on Facebook
Follow us on Youtube