गुरुग्राम,(मनप्रीत कौर) : महंत तेजा दास के शिष्य महंत छोटू दास की देख-रेख में खिम्मू वाला मंदिर मानेसर संचालित है। महंत छोटू दास महाराज 16 साल की उम्र से ही अपना घर बार छोड़कर साधु सन्यासी का जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
उन्होंने न्यारम दास गौशाला मानेसर के गौवंश के निमित्त यह यज्ञ किया। हवन यज्ञ आदि कार्यों से हमारे ऊपर देवताओं की कृपा और वांछित फल की प्राप्ति होती है। महंत छोटू दास ने अपना जीवन गौवंश की सेवा व उनकी सुख शांति के लिए समर्पित किया हुआ है और इसीलिए उन्होंने यह यज्ञ गौवंश के निमित्त किया। यज्ञ में शरणानंद महाराज दडौली वाले, आचार्य मंगल देव, महंत सत्यगिरी, गौतमपुरी, राजाराम दास महाराज, मोहनदास रघुनाथपुरा राजस्थान ने भी अपने मधुर प्रवचन दिए।
गौशाला कमेटी मानेसर के वरिष्ठ प्रधान मास्टर बलबीर व कमेटी के दूसरे सदस्य भी उपस्थित रहे। सूर्य देव पुत्र श्री गुरु देव लंबरदार नखरौला जो गौशाला मानेसर में सक्रिय सेवा देते रहेते हैं ने यज्ञ संपन्न होने पर महंत छोटू दास महाराज व दूर-दूर से आए हुए महंतों का आभार प्रकट किया और बताया कि इस तरह के यज्ञों से देवताओं को संतुष्टि व तृप्ति मिलती है फलस्वरुप देवताओं की कृपा हमारे ऊपर बनी रहती है।
इसलिए यज्ञ आदि कार्य जब संभव हो कराते रहना चाहिए। बाद में सभी ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर समाज के मौजिज व्यक्ति सूरजभान, ऐएसआई अनिल, धर्मवीर, ओमप्रकाश प्रधान, नंदा, राजेंद्र, सतवीर पचगांव, भोलाराम, कपूर, मिथुन कुमार, रतीराम मानेसर, धर्मदास महाराज न्यारम साध मंदिर, महंत छोटू दास के शिष्य नितिन कुमार पचगांव, गुडगांव से रोहित और ज्योति व अन्य भक्तजन मौजूद रहे।